अवलोकन
वस्त्र मंत्रालय (MoT), भारत सरकार ने "वस्त्र क्षेत्र में क्षमता निर्माण योजना (एससीबीटीएस) " नामक एक नई योजना शुरू की है जिसे "समर्थ (Samarth)" के नाम से जाना जाएगा। इस समर्थ योजना को गारमेंट, निटिंग, प्रोसेसिंग, मॅनमेड और सिंथेटिक फाइबर और अन्य असंगठित वस्त्र क्षेत्र जैसे जूट, रेशम, हैंडलूम, हस्तशिल्प और कालीन जैसे पारंपरिक क्षेत्रों सहित अकुशल जनशक्ति को कुशल श्रमिकों में बदलने के लिए देश भर में इन उप क्षेत्रों में प्रमाणित कौशल विकास कार्यक्रम आयोजित करते हुए एक दृष्टिकोण के साथ शुरू किया गया है। । प्रस्तावित योजना के का 3 साल की अवधि (2017-2020) के दौरान 10 लाख लोगों (संगठित क्षेत्रों में 9 लाख व्यक्तियों और पारंपरिक क्षेत्रों में 1 लाख व्यक्ति) प्रशिक्षण का एक प्रत्यक्ष लक्ष्य है।
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समर्थ योजना के उद्देश्य
1. मांग संचालित, प्लेसमेंट उन्मुख राष्ट्रीय कौशल योग्यता फ्रेमवर्क (एनएसक्यूएफ) अनुपालन स्किलिंग कार्यक्रम प्रदान करने के लिए संगठित वस्त्र और संबंधित क्षेत्रों में नौकरियां निर्माण करने में उद्योग के प्रयासों को प्रोत्साहित करने और पूरक करने के लिए, कताई और बुनाई छोड़कर वस्त्रों की पूरी मूल्य श्रृंखला को शामिल करने की व्यवस्था प्रदान करना ।
2. हैंडलूम, हस्तशिल्प, रेशम उद्योग और जूट के पारंपरिक क्षेत्रों में स्किलिंग और कौशल उन्नयन को बढ़ावा देना।
3. पूरे देश में समाज के सभी वर्गों को मजदूरी या स्व रोजगार द्वारा टिकाऊ आजीविका के प्रावधान को सक्षम करना ।